

पिछले दिनों रवीश जी के ब्लाग पर अहमदाबाद का जातिवाद में वहां का अनुभव याद आ गया, आप लोगों से बाँट रहा हूँ। फिर बतायें कि वहां का समाज किस क़दर बँटा है। ...विनीत
वह २८ दिसंबर,२००४ की शाम थी. कुन-कुने ठंड के मौसम में अहमदाबाद के शाह आलम रोजा इलाके में बैठा था। मेरे साथ कैम्प से जुडे स्वयंसेवी लोग थे। इनमें स्थानीय पत्रकार भी थे। ठंड से बचने के लिए बेहतर चाय का स्वाद सभी ले रहे थे।
दो मंजिले भव्य शापिंग काम्प्लेक्स में हो रही हमारी बातचीत अहमदाबाद में पिछले दिनों हुआ गैंग रेप पर आकर टिक गई। मौक़े पर मौजूद पत्रकार मित्र का बयां वहां की स्थिति पेश करने के लिए काफी था। दोस्तो, मैंने सहमति से batcheet रिकॉर्ड कर लिया।आज जब इस बात के करीब ढाई साल होने को हैं, अभी भी प्रासंगिक है।
गैंग रेप नेचरल कम्यूनल नहीं था, परंतु उसे आप कुछ हद तक कास्ट या लेटेस्ट फिलिंग, जो जेनरेट किया गिया है, उस पर ही (आधारित था )।
तीन-अक रोज, किसी पेपर में (नाम तो याद नहीं है ) काण्ड का जिक्र करते हुआ कहा गया था कि ग़ैर- गुजराती समुदाय के लोगों ने रेप किया।
इसका मतलब यह हुआ कि गुजराती रेप करता तो वह jastfied था , ग़ैर-गुजराती किया तो उसे गाली दो।
दूसरा मैं अगजम्पल दूँ कि इंडिया -पाकिस्तान (क्रिकेट ) मैच था (यहाँ पर )। मैच, कभी भी हो तो अलग टेंशन रहता है (यहाँ पर )।...
इंडिया -पाकिस्तान मैच में इंडिया जीता था। उस दिन सहवाग ने अच्छा स्कोर किया था। एक समाचार पत्र में छोटा से बाक्स में खबर थी कि कल मंगलवार का दिन था। हनुमान का दिन था। हनुमान ने आकर पाकिस्तान के खिलाफ मैच जिताया। उसके चार दिन बाद रविवार के रोज श्रीलंका से मैच हार गया (भरत )। मैने मित्रों से पूछा कि (क्या ) रावण से भारत मैच हार गया।
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वह २८ दिसंबर,२००४ की शाम थी. कुन-कुने ठंड के मौसम में अहमदाबाद के शाह आलम रोजा इलाके में बैठा था। मेरे साथ कैम्प से जुडे स्वयंसेवी लोग थे। इनमें स्थानीय पत्रकार भी थे। ठंड से बचने के लिए बेहतर चाय का स्वाद सभी ले रहे थे।
दो मंजिले भव्य शापिंग काम्प्लेक्स में हो रही हमारी बातचीत अहमदाबाद में पिछले दिनों हुआ गैंग रेप पर आकर टिक गई। मौक़े पर मौजूद पत्रकार मित्र का बयां वहां की स्थिति पेश करने के लिए काफी था। दोस्तो, मैंने सहमति से batcheet रिकॉर्ड कर लिया।आज जब इस बात के करीब ढाई साल होने को हैं, अभी भी प्रासंगिक है।
गैंग रेप नेचरल कम्यूनल नहीं था, परंतु उसे आप कुछ हद तक कास्ट या लेटेस्ट फिलिंग, जो जेनरेट किया गिया है, उस पर ही (आधारित था )।
तीन-अक रोज, किसी पेपर में (नाम तो याद नहीं है ) काण्ड का जिक्र करते हुआ कहा गया था कि ग़ैर- गुजराती समुदाय के लोगों ने रेप किया।
इसका मतलब यह हुआ कि गुजराती रेप करता तो वह jastfied था , ग़ैर-गुजराती किया तो उसे गाली दो।
दूसरा मैं अगजम्पल दूँ कि इंडिया -पाकिस्तान (क्रिकेट ) मैच था (यहाँ पर )। मैच, कभी भी हो तो अलग टेंशन रहता है (यहाँ पर )।...
इंडिया -पाकिस्तान मैच में इंडिया जीता था। उस दिन सहवाग ने अच्छा स्कोर किया था। एक समाचार पत्र में छोटा से बाक्स में खबर थी कि कल मंगलवार का दिन था। हनुमान का दिन था। हनुमान ने आकर पाकिस्तान के खिलाफ मैच जिताया। उसके चार दिन बाद रविवार के रोज श्रीलंका से मैच हार गया (भरत )। मैने मित्रों से पूछा कि (क्या ) रावण से भारत मैच हार गया।
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अक्सर एक पर्सेप्सन partikularlee मुस्लिम के आन् -वे है। कुछ हद तक सही भी है कि हिंदू क्राइम करता है तो इतना बोल्द्ली नहीं लिया जाता। मतलब अगर हिंदू के पास एक-दो रिवाल्वर मिल जाते हैं तो फ्री आइटम होगा। और अगर मुस्लिम के पास मिलता है तो लम्बा सिलसिला चलता है, क्या इसका आइएसआई कनेक्शन है, राइट में रोल था, नहीं था।
मुस्लिम और हिंदू, जब आओ इन्दिविज्व्ली की बात करो तो दोनों तरफ है। अक्सर आप मुसलमानों की बात करें तो कहेंगे कि गुजराती लोग एसा करते हैं। (यहाँ सवाल यह है कि ) वो गुजराती है तो तुम क्या हो? वही गुजरातियों में है, वो तो मुस्लिम है.