सावित्री जिंदल देश की एकमात्र महिला हैं, जिनका नाम दुनिया की 20 अमीर महिलाओं में शुमार है। फोर्ब्स द्वारा जारी ताजा सूची में वह नौवें स्थान पर हैं। गौरतलब है कि भारत के 40 अमीर लोगों में सावित्री का स्थान 12वां है।
हरियाणा सरकार में राज्यमंत्री सावित्री सिंह ‘जिंदल ग्रुप’ की चेयरपर्सन है और दक्षिणी अमेरिका, चिली, बोलविया और पेरू सहित भारत में कंपनी के 50 प्लांट हैं। करीब छह बिलियन अमेरिकी डॉलर की मालकिन सावित्री के पति आ॓पी जिंदल का निधन 2005 में हेलिकाप्टर दुर्घटना में हो गया था। चार दशक पहले 1952 में उन्होंने हरियाणा के छोटे से शहर हिसार में जिंदल साम्राज्य स्थापित किया था। जिंदल ग्रुप का कारोबार लोहा, स्टील और पावर सेक्टर क्षेत्र में है।
सामान्य और सीधी-साधी दिखने वाली डिप्लोमाधारी सावित्री कुरूक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल की मां हैं। इसके अलावा उनके तीन और बेटे और पांच बेटियां हैं। ग्रुप के तहत जिंदल सॉव लिमिटेड ग्रुप की देखरेख उनका बड़े बेटा पृथ्वीराज जिंदल देख रहे हैं, जबकि विजयनगर स्टील लिमिटेड की निगरानी का जिम्मा दूसरे बेटे सज्जन के हाथों में है। स्टीनलेस लिमिटेड का नियंत्रण तीसरे बेटे रतन जिंदल के पास है और स्टील एंड पावर लिमिटेड की देखरेख नवीन जिंदल कर रहे हैं।
किसान परिवार से आने वाले आ॓पी जिंदल द्वारा स्थापित जिंदल इंडस्ट्रीज का कारोबार इस तरह पूरे देश-विदेश में फैलना लोगों को आश्चर्यचकित करता है। सीधे-साधे आ॓पी जिंदल और उनके परिवार के लोगों का सामान्य जीवन और सरलता लोगों को काफी आकर्षित करता है। सावित्री के पुत्र नवीन ने अपने प्रयास से तिरंगा ध्वज को फहराने का अधिकार आम लोगों को भी दिलाया। असम के तिनसुकिया में 20 मार्च, 1950 को जन्मीं सावित्री को संगीत में काफी रूचि है और उन्होंने ‘प्रभाकर’ की डिग्री ली है। उनकी शिक्षा-दीक्षा तिनसुकिया में ही हुई है। उन्हें पढ़ना, सामाजिक सेवा और खाना बनाना अच्छा लगता है। अपने परिवार और बच्चों के साथ समय बिताने वाली सावित्री को तनिक भी इस बात का घमंड नहीं है कि वह दुनिया की अमीर महिला उघमियों में शुमार हैं। यही कारण है कि हरियाणा सरकार में मंत्री रहने के बावजूद कभी भी लाइमलाइट में नहीं रहती। इतना ही नहीं, अपने बच्चों में भी उन्होंने ऐसे संस्कार दिए हैं कि वे भी तड़क-भड़क से दूर रह कर अपने कारोबार को फैलाने में जुटे रहते हैं। वह हिसार विधानसभा सीट से विधायक है और परिवार के साथ विघा देवी जिंदल स्कूल भी संचालित करती हैं।